जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मुस्लिम समाज के युवाओं ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक अनूठी पहल की। उन्होंने पौधारोपण कर देश में बढ़ते प्रदूषण को कम करने और हरियाली को बढ़ावा देने का संदेश दिया।

धमतरीं / इस पहल का उद्देश्य केवल पर्व का उत्सव मनाना नहीं, बल्कि समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाना भी था। युवाओं ने विभिन्न स्थानों पर पौधे लगाए और लोगों से अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण सुनिश्चित किया जा सके। इस पहल से यह संदेश दिया गया कि इस्लाम केवल धार्मिक पर्वों के उत्सव तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा पर भी जोर दिया गया है।

इस पहल के दौरान युवाओं ने विशेष रूप से उन पौधों का चयन किया जो पर्यावरण को शुद्ध करने और प्रदूषण को कम करने में सहायक होते हैं, जैसे कि नीम, पीपल, और फलदार वृक्ष। इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पौधों की देखभाल करना और उन्हें सुरक्षित रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उन्हें लगाना।

पौधारोपण के साथ-साथ युवाओं ने स्थानीय समुदाय को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर छोटे कार्यक्रम भी आयोजित किए, जहां पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर चर्चा की गई। इन कार्यक्रमों में बच्चों और बुजुर्गों ने भी भाग लिया, जिससे यह संदेश पूरे समाज तक पहुचे।इस पूरे कार्यक्रम में मुख्य रूप से उम्मीद फाउंडेशन के सभी मेम्बर व हाजी इरफान वीरानी
हाजी दिलावर रोकड़िया,अब्दुल रज़्ज़ाक भाई,आज़म भाई, शोएब रोकड़िया सदर,मोहम्मद इरफान मेमन सचिव, शमसाद भाई,अब्दुल जब्बार खिलची,सय्यद आसिफ अली,आज़म खान,राजू चिश्ती,अजीम पूवर,नदीम रोकड़िया,शरीफ खत्री,रेहान,सैय्यद साज़िद अली,इरफान अन्नू खिलची,अय्यूब खत्री,शेख वसीम