शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्यो है कि विद्यार्थी शिक्षण प्रक्रिया के साथ-साथ अपने आसपास के परिवेश को भी समझे। भ्रमण के माध्यम से बच्चे अपने आसपास की दुनिया को देखते और समझते है।

धमतरी। माँ दंतेश्वरी हाईस्कूल रत्नाबांधा, धमतरी के विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपने आसपास के स्थानो को देखा और जाना। शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्यो है कि विद्यार्थी शिक्षण प्रक्रिया के साथ-साथ अपने आसपास के परिवेश को भी समझे। भ्रमण के माध्यम से बच्चे अपने आसपास की दुनिया को देखते और समझते है। इसी उदेश्य को दृष्टिगत रखकर शैक्षणिक भ्रमण का कार्यक्रम बनाया गया।

इसमें विद्यालय से कक्षा 3 री से 10 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए 3 स्थानो का चयन किया गया। जिसमें जंगल सफारी रायपुर, महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय रायपुर, कौशल्या माता मंदिर चंदखुरी, रायपुर शामिल था। इसमें विद्यालय से कुल 52 विद्यार्थी शामिल थे। सबसे पहले बच्चो को जंगल सफारी ले जाया गया जहां बच्चे ने सफारी क्षेत्र में 4 सफारी - शाकाहारी वन्यप्राणी सफारी, भालू सफारी, टाइगर सफारी, शेर सफारी देखा। इसके पश्चात बच्चो को महंत घासीदास संग्रहालय ले जाया गया। जहां पर बच्चो ने अपने प्राचीन इतिहास को देखा और जाना। पुरातन काल की मूर्तियाँ, जीवनशैली, खुदाई में मिले अवशेष को करीब से देखना उनके लिए अलग अनुभव था। अपनी किताबो से परे जाकर अपने इतिहास को देखना और समझना उनके लिए कभी न भूलने वाला पल था। इसके बाद बच्चो को चंदखुरी स्थित माता कौशल्या माता मंदिर दर्शन के लिए ले जाया गया। यहां तालाब के बीचो बीच स्थित है। चंदखुरी गांव को भगवान राम की माता कौशल्या की जन्म स्थाली माना जाता है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार 1973 में किया गया था। इस शैक्षणिक भ्रमण में विद्यालय प्राचार्य श्रीमती लक्ष्मी रावटे, शिक्षिका लीला साहू, मोहन साहू, नुरेन्द्र साहू, वीणा साहू, वर्षा देवांगन , शारदा भुसाखरे, पूर्वी सोनकर, सरिता नेताम, रूपा यादव, ज्योति रामटेके, लोपिता पिद्दा, प्रियंका यादव, भेमिन साहू, भुखिन धुव का सहयोग प्राप्त हुआ।