भाजपा के डबल इंजन सरकार में छत्तीसगढ़ की जनता लगातार गरीबी रेखा के नीचे – दीपक साहू
ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष दीपक साहू ने छत्तीसगढ़ में गरीबी की स्थिति पर शासन को घेरा

धमतरीं/छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ की आबादी में से 39.93% लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं, यह खुलासा नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट में हुआ है। इस आंकड़े के साथ छत्तीसगढ़ देशभर में गरीबी के मामले में सबसे शीर्ष पर है, जो कि राज्य की भाजपा सरकार की विफलताओं का जीवंत प्रमाण है। नीति आयोग की इस रिपोर्ट ने छत्तीसगढ़ की बदहाल स्थिति को उजागर किया है, जहां गरीबी का स्तर न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह भी साबित करता है कि शासन की नीतियां और योजनाएं जनता तक नहीं पहुंच पा रही हैं।ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर क्र 2 के उपाध्यक्ष दीपक साहू ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ की स्थिति देश में सबसे खराब होना शर्मनाक है। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों, जो जनसंख्या और भू-भाग में छत्तीसगढ़ से कहीं बड़े हैं, उनकी स्थिति हमसे बेहतर है। यह स्पष्ट दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ सरकार गरीबी उन्मूलन के लिए गंभीर नहीं है। नीति आयोग ने सभी राज्यों को गरीबी का स्तर 10% तक लाने का लक्ष्य दिया था, लेकिन केवल सात-आठ राज्य ही इस लक्ष्य को हासिल कर पाए। छत्तीसगढ़ इस दौड़ में बुरी तरह पिछड़ गया है।”साहू ने आगे कहा, “जबकि अंडमान निकोबार जैसे केंद्र शासित प्रदेश ने गरीबी कम करने में उल्लेखनीय प्रगति की है, छत्तीसगढ़ की जनता को बुनियादी सुविधाओं जैसे स्वच्छ पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए तरसना पड़ रहा है। नरहरा जलप्रपात जैसे पर्यटन स्थलों पर भी सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जो सरकार की उदासीनता को दर्शाता है। शासन की नाकामी के कारण न केवल गरीबी बढ़ रही है, बल्कि पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी विकास ठप है।”ब्लॉक कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य सरकार तत्काल प्रभाव से गरीबी उन्मूलन के लिए ठोस कदम उठाए। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन, स्वच्छ पेयजल, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साहू ने चेतावनी दी कि यदि शासन ने जल्द ही इस दिशा में प्रभावी कदम नहीं उठाए, तो ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर क्र 2 जनता के हितों के लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।