Dhamtari Crime News: .धमतरी जिले के ग्राम पंचायत कुर्रा के आश्रित गांव भोथीपार में मामूली बात को लेकर गांव के दंबगो ने 8 परिवारों का हुक्कापानी बंद कर दिया है.
Dhamtari News: धमतरी जिले के ग्राम पंचायत कुर्रा के आश्रित गांव भोथीपार में मामूली बात को लेकर गांव के दंबगो ने 8 परिवारों का हुक्कापानी बंद कर दिया है. जिससे पीडितों परिवारों को गांव के अनेक तरह की समस्याओं से जूझना पड रहा है. इंसाफ के लिए पीडित परिवार ने कलेक्टर से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है.
बहिष्कृत परिवारों ने बताया कि इन परिवारों के घर के सामने यदि कोई गांव के कोई भी व्यक्ति चौराहा पर बैठ भी जाए तो उसे व्यक्ति को 100 रुपये से दंडित किया जा रहा है, इससे अन्य ग्रामीणों में भी दहशत है। ग्राम विकास समिति के तुगलकी फरमान से पूरे गांव में आक्रोश है।
घर के सामने मूनगा पेड़ लगाने वाले गांव के 15 परिवारों को ग्राम विकास समिति के सदस्यों और पदाधिकारियों ने बहिष्कृत कर दिया है। इससे पीड़ित ग्रामीण जनदर्शन में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। ग्रामीण पदाधिकारी और सदस्यों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराने ग्रामीणों को निर्देशित किया है।
ग्राम पंचायत कुर्रा के आश्रित ग्राम भोथीपार के पीड़ित व बहिष्कृत ग्रामीण तुकाराम साहू, भागवत राम साहू, तिलकराम साहू, हेमलाल साहू, हेमनाथ साहू और जनक राम साहू एक जनवरी को जनदर्शन में शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए जनदर्शन में अधिकारियों को बताया कि घर के सामने मूनगा पेड़ लगाने की बात को लेकर ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष व अन्य सदस्यों ने गांव के 15 परिवारों को बहिष्कृत कर दिया है।
इससे इन परिवारों की दिक्कतें बढ़ गई है। 15 से 20 दिन हो गए है इन परिवारों के साथ अन्य ग्रामीण और समाज के लोगों की बातचीत नहीं है। साथ ही बहिष्कृत परिवार को गांव के किसी भी व्यक्ति द्वारा काम करने के लिए नहीं बुलाया जा रहा है। ऐसे में बहिष्कृत परिवार मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान है। ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ी तो न्याय की गुहार लगाने पहुंचे है।
उल्लेखनीय है कि इस गांव में कुल 164 परिवार निवासरत है। यहां की जनसंख्या कुल 850 है। मूनगा पेड़ के अलावा ,आम या अन्य पेड़ होने पर भी बहिष्कृत करने की चेतावनी ग्राम विकास समिति के पदाधिकारियों ने दी है।जबकि इन ग्रामीणों के घर के सामने इस पेड़ को 10 साल पहले एनएसएस के विद्यार्थियों ने पौधारोपण और हरियाली लाने के उद्देश्य से लगाए थे। घर के सामने लगे मूनगा पेड़ को काटने के बाद ही ग्राम विकास समिति के पदाधिकारी और सदस्यों ने इन परिवारों को ग्रामीणों के साथ मिलाने का शर्त रखे हैं।
100 रुपये लिया दंड
बहिष्कृत परिवारों ने बताया कि इन परिवारों के घर के सामने यदि कोई गांव के कोई भी व्यक्ति चौराहा पर बैठ भी जाए तो उसे व्यक्ति को 100 रुपये से दंडित किया जा रहा है, इससे अन्य ग्रामीणों में भी दहशत है। ग्राम विकास समिति के तुगलकी फरमान से पूरे गांव में आक्रोश है। जनदर्शन में कलेक्टर ने ऋतुराज रघुवंशी ने ग्रामीणों की दिक्कतें सुनने के बाद अधिकारी और सदस्यों के खिलाफ थाने में शिकायत करने के लिए एसपी से बात करने का आश्वासन दिया है, ताकि ग्रामीणों को न्याय मिल सके।