22 सितंबर से आरंभ हो रहे 10 दिवसीय शारदीय नवरात्र महोत्सव की तैयारियाँ चरम पर हैं। इस वर्ष भी विवेकानंद नगर का पावन स्थल माता रानी के दिव्य दरबार में बदलने वाला है।

धमतरी/ 22 सितंबर से आरंभ हो रहे 10 दिवसीय शारदीय नवरात्र महोत्सव की तैयारियाँ चरम पर हैं। इस वर्ष भी विवेकानंद नगर का पावन स्थल माता रानी के दिव्य दरबार में बदलने वाला है। यहां स्थापित होने वाली प्रतिमा को नगरवासी “धमतरी की महारानी” के नाम से श्रद्धा और भक्ति भाव से पुकारते हैं।
नवमित्र मंडल दुर्गोत्सव समिति अपनी भक्ति और सेवा यात्रा के 30वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। समिति के सदस्य देवेश अग्रवाल ने बताया कि इस बार माता रानी की प्रतिमा 14 फीट ऊँची होगी, जिसे सुप्रसिद्ध मूर्तिकार बालम चक्रधारी अपने हाथों से गढ़ रहे हैं। माता रानी का दरबार लगभग 4000 वर्गफुट में भव्य पंडाल के रूप में सजेगा। आकाश साधवानी ने बताया कि धमतरी के कारीगर लाइटिंग और सजावट से एक अलौकिक वातावरण रचने में जुटे हैं। माता रानी की प्रतिमा की लागत लगभग डेढ़ लाख रुपए है और यह प्रतिमा 20 सितंबर को नगर में पहुंचेगी। समिति के सृजन सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष भी पूरे 10 दिनों तक भक्तों के लिए सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इसमें भजन संध्या, महाआरती, गरबा, रामलीला, रावणदहन सहित अनेक कार्यक्रम होंगे, जो भक्तों को भक्ति और उत्साह से सराबोर कर देंगे।
विवेकानंद नगर में 1996 से चलते आ रहे इस माता रानी के इस दिव्य उत्सव को सफल बनाने में समिति के सदस्य नयन सुखवानी, विशाल रामरख्यानी, मनजोत सिंह, सानिध्य मिश्रा, हिमांशु केशवानी, उमेश शाह, गुंजल सिन्हा, स्वप्निल गजेंद्र, युगल साहू, सतेंद्र शर्मा, अनुज अग्रवाल, नीरज श्रीवास्तव, मनोज राठी, कमल केशवानी, गूंज सोनी, यश अग्रवाल, हनु महादीक, आशीष, भावेश, रोहित,मौलिक, सत्यम, आयुष, श्रेयांश, लोकेश, विराज, भावेश, रोहित, मौलिक, ललित एवं अन्य सदस्य तन-मन-धन से जुटे हुए हैं। समिति ने शहरवासियों से आग्रह किया है कि वे परिवार सहित पधारकर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करें और इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनें।
