नगर निकाय चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने अपने बागी नेताओं के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की है।

धमतरी/ नगर निकाय चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने अपने बागी नेताओं के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की है।
भाजपा की कार्रवाई:
आज देर शाम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव ने नगर निगम धमतरी के उन नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया, जिन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया था। पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करने वाले मगरलोड और आमदी नगर पंचायत के बागी नेताओं पर भी यह कार्रवाई लागू हुई है। भाजपा ने स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी और संगठन में अनुशासन सर्वोपरि है।
कांग्रेस ने भी दिखाई सख्ती:
इसी कड़ी में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं पर बड़ा फैसला लिया। कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नेताओं को 6 वर्षों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। कांग्रेस नेतृत्व ने कहा कि जो भी पार्टी के फैसले के विरुद्ध जाकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे, उनके लिए संगठन में कोई स्थान नहीं होगा।
भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही दलों की इस सख्त कार्रवाई से निकाय चुनाव का माहौल गर्मा गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बागी प्रत्याशी अब चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि निष्कासित नेता किस पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं और किसे फायदा मिलता है।