इज़्तेमाई निकाह: मोहसिने आज़म मिशन ने पेश की इंसानियत और भाईचारे की मिसाल, 12 जोड़ों ने बंधे शादी के बंधन में

धमतरीं/ शनिवार को मोहसिने आज़म मिशन, धमतरी ब्रांच के तत्वावधान में एक भव्य इज़्तेमाई निकाह (सामूहिक विवाह)कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम हुज़ूर फ़ाज़िले बगदाद, हज़रत सैय्यद ख़्वाजा हसन असकरी अशरफ़ अशरफी अल जिलानी किछौछवी की सरपरस्ती में संपन्न हुआ।
12 जोड़ों की नई शुरुआत
कार्यक्रम में 12 जोड़ों का निकाह बड़े ही सादगी और इस्लामी तरीके से संपन्न हुआ। इन नव विवाहित जोड़ों को शादी के बाद ज़रूरत का सामान उपहार स्वरूप दिया गया, जिससे वे अपनी नई ज़िंदगी को सहजता से शुरू कर सकें। यह आयोजन समाज में समानता, सादगी और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया।

हुज़ूर फ़ाज़िले बगदाद का पैगाम
कार्यक्रम में हुज़ूर फ़ाज़िले बगदाद ने अपने प्रेरक खिताब से लोगों को नसीहत दी। उन्होंने फरमाया, “जमीन पर काम करें और कब्र में आराम करें।” उनका संदेश समाज के प्रति सेवा, एकता और सहयोग की भावना को बढ़ाने पर केंद्रित था। हज़रत ने सभी जोड़ों को दुआओं से नवाज़ा और उनके सुखमय दांपत्य जीवन की कामना की।
सेंट्रल कमेटी के पदाधिकारियों की शिरकत
इस अवसर पर मिशन की सेंट्रल कमेटी के सदर जनाब इब्राहिम भाई वाडियावाला और सेक्रेटरी जनाब हाजी मुनीर वोरा ने विशेष रूप से शिरकत की। उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में एकजुटता और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।

लोगों के लिए मिसाल बना आयोजन
यह कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक आयोजन था, बल्कि समाज को यह संदेश देने का प्रयास भी था कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए भी शादी का आयोजन आसान और सादगीपूर्ण तरीके से किया जा सकता है। इस कार्यक्रम ने लोगों के दिलों में मोहब्बत और भाईचारे की नई रोशनी जगाई।पूरे कार्यक्रम में मुख्य रूप से
मोहसिन ए आज़म मिशन धमतरीं के सदर(अध्यक्ष) सलीम खान अशरफी,नायब सदर(उपाध्यक्ष) मोइनुद्दीन काजी,सचिव हातिम खान,फैसल नवाज़,आवेश अली,मोहिब कुरैशी,अहमद रज़ा,रईस अशरफी,शमशाद खान,आफताब खान,जावेद खत्री शामिल थे।
धमतरी से विशेष रिपोर्ट शमशाद खान