*पी एम आवास में बने रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना – कविंद्र जैन*
*जिले में बन रहे रिकॉर्ड 60000 से अधिक ग्रामीण पी एम आवास*

धमतरीं/केंद्र और राज्य की सरकार के सामूहिक प्रयासों से इन दिनों बहुत बड़ी तादाद में ग्रामीण पी एम आवास निर्माणाधीन है। अकेले धमतरी जिले की ही यदि बात करें तो लगभग 60000 पी एम आवास का निर्माण अलग अलग गांवों में हो रहा है। पी एम आवास के चलते भवन निर्माण कार्य से जुड़े व्यापार और सेवाओं में बड़ी तेजी आई है। भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष तथा लंबे समय से जल संरक्षण और जल संवर्धन के अभियान से जुड़े कविंद्र जैन ने प्रशासन तथा हितग्राहियों से अपील की है कि धमतरी जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यह कार्ययोजना बनाई जाए। जिले में निर्माणाधीन सभी 60000 मकानों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचना बनाई जाये। 60000 मकानों में एक साथ रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनने से लगभग 2 करोड़ वर्गफीट रूफ वाटर को संरक्षित किया जा सकेगा। हमारे जिले में वर्षा का जो औसत है उस हिसाब से प्रति एक हजार वर्गफीट की छत में लगभग 67 हजार लीटर जल का संचयन होता है। इस प्रकार वर्ष भर में 125 करोड़ लीटर वर्षा जल का रिचार्ज जिले में संभव हो सकेगा जो कि जल संवर्धन के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम होगा। श्री जैन ने बताया कि एक छोटी संरचना जिसमें पिट के माध्यम से छत का पूरा पानी भूमि में औसतन 20–25 फीट का बोर खनन कर प्रवाहित किये जाने से महज कुछ हजार के ही खर्च में हितग्राहियों को साल भर उपयोग के लिए पानी मिलेगा। गर्मियों में बोर या हैंडपंप सूखने की समस्या समाप्त या न्यून हो जायेगी और हमारी आने वाली पीढ़ी को जलसंकट की त्रासदी से बहुत हद तक निजात दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को हितग्राहियों से बात करके यह संरचना न्यूनतम लागत में बनाई जा सके इसका प्रयास करना चाहिए। इसकी वित्तीय व्यवस्था के लिए सी एस आर फंड भी एक जरिया हो सकता है। इस दिशा में व्यापक योजना बना कर धमतरी जिले से ही इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा सकती है।