युवा कांग्रेस नेता गीतराम सिन्हा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों से भाजपा ने वादा किया था कि सरकार बनते ही 3100 रुपये में प्रति एकड़ 21 क्विटल धान खरीदी की जाएगी,
छत्तीसगढ़ में बीते विधानसभा चुनाव में परिणाम अप्रत्याशित रहे,2018 विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार का चुनाव किसी चमत्कार से कम नही था।शायद यह पहला चुनाव रहा हो जिसमें भाजपा ने अपनी क्षमता से अधिक वादे कर दिये थे लेकिन इसबार फिर उसने जनता के साथ फिरसे वही किया जो उसकी पुरानी आदत रही है,2003 से 2018 तक बीते 15 साल में भाजपा को छत्तीसगढ़ की जनता ने तीन मौके दिए लेकिन हर बार उसने जनता के विश्वास को हमेशा तोड़ा ही है।
युवा कांग्रेस नेता गीतराम सिन्हा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों से भाजपा ने वादा किया था कि सरकार बनते ही 3100 रुपये में प्रति एकड़ 21 क्विटल धान खरीदी की जाएगी, लेकिन चुनाव जीतते ही भाजपा अपने पुराने क्षद्म रूप में वापस आ गई है।पहले को धान खरीदी के नियमों के साथ किए गए छेड़छाड़ से किसानों को 21 क्विटल धान बेच पाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ किसान 3100 रुपये की बाट जोह रहे है,वहीं भाजपा धर्म के नाम पर राजनीति करने और अपने रिमोट कंट्रोल मुख्यमंत्री का चेहरा चमकाने में लगी हुई है,भूपेश बघेल सरकार के बीते 5 साल खुशहाल जीवन जीने वाले किसानों के सामने फिर वही दिन आ गए है जब उन्हें आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ रहा है,छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर बस्तर से तो कुछ किसानों के आत्महत्या करने की खबरें भी सुनाई दी है।
वैसे तो उम्मीद नही लगानी चाहिए लेकिन अगर भारतीय जनता पार्टी के अंदर थोड़ी भी नैतिकता हो तो किसानों को उनका हक तत्काल दिया जाना चाहिए और अगर वे ऐसा नही करते तो छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस किसानों की इस लड़ाई को लेकर सड़क पर उतरने में देर नही करेगी।